टीम ट्रिकीस्क्राइब: आईएएस संजीव हंस से जुड़े मनीलांड्रिंग समेत अन्य मामले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की जांच अभी जारी है। इस मामले में अब आईएएस संजीव हंस के नामजद परिजनों से पूछताछ की प्रक्रिया शुरू होगी।
दर्ज एफआईआर में आईएएस की पत्नी हरलोविलीन कौर उर्फ मोना हंस, साला गुरु बालतेज और पिता लक्ष्मण दास को अगले सप्ताह समन जारी कर पटना स्थित कार्यालय बुलाये जाने की तैयारी है। इन सभी को बुलाकर इस मामले में पूछताछ की जाएगी।
गुरु बालतेज का दोस्त तरुण राघव भी इस मामले में नामजद अभियुक्त है। इसके बाद नामजद अभियुक्त एमएलसी अंबिका यादव (पूर्व विधायक गुलाब यादव की पत्नी) को भी समन करके बुलाने की तैयारी है। इन सभी से अभी फिलहाल पूछताछ ही की जाएगी। हालांकि इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है कि बाद में इनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकती है।
इस मामले में आने वाले एक से डेढ़ महीने में आधा दर्जन से अधिक लोगों की गिरफ्तारी होने की संभावना है। इनमें अधिकांश 13 नामजद अभियुक्तों की फेहरिस्त में शामिल नहीं हैं। ये सभी वैसे लोग हैं, जिनके नाम ईडी की अब तक हुई जांच में सामने आए हैं।
आईएएस और पूर्व विधायक की अवैध लेनदेन से जुड़े इस प्रकरण में कई ऐसे लोगों के नाम प्रमुखता से सामने आए हैं, जिन्होंने इनकी काली कमाई को कई स्थानों या व्यवसाय में निवेश करके छिपाने या सफेद करने की कोशिश की है। इनकी अवैध कमाई को संरक्षित कर इससे लाभ पाने वालों में कई शहरों में फैले लोग शामिल हैं।
इस मामले में अब तक 10 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इसमें पांच नामजद आईएएस संजीव हंस, पूर्व विधायक गुलाब यादव के अलावा मधुबनी का मूल निवासी दिल्ली का रियल एस्टेट व्यवसायी प्रवीण चौधरी, एसपी सिंघला कंपनी का कर्मचारी सुरेश सिंघला, आनंद कंस्ट्रक्शन कंपनी के देवेंद्र सिंह आनंद के अतिरिक्त शादाब खान, पुष्पराज बजाज, सुरेश सिंघला का बेटा वरुण सिंघला, पवन कुमार और विपुल बंसल शामिल हैं।
नामजद अभियुक्त में जिन लोगों की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है, उसमें संजीव हंस के परिजन के अलावा गुलाब यादव की पत्नी के अलावा सुरेश सिंघल के समधी कमलाकांत गुप्ता, गायत्री कुमारी और एक्स आर्मी मेंस प्रोटेक्शन सर्विस के मालिक सुनील कुमार सिन्हा शामिल हैं। पहले तो ईडी इन सभी से पूछताछ करेगा। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
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